Per Capita Income Delhi: “दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय में 14% की वृद्धि, गोवा और सिक्किम के बाद तीसरे स्थान पर”
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Per Capita Income Delhi: दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई सांख्यिकी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023-24 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 4,61,910 रुपये तक पहुँच गई है। यह आय गोवा और सिक्किम के बाद देश में तीसरे स्थान पर है। दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय, राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय के ₹1,84,205 से दोगुनी है, जो कि एक महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है।
1. प्रति व्यक्ति आय में 7.4% की वार्षिक वृद्धि
दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई इस वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की प्रति व्यक्ति आय में 7.4% की वार्षिक वृद्धि हुई है। यह वृद्धि आर्थिक सुधारों, सरकारी योजनाओं और सामाजिक बुनियादी ढांचे में सुधार के परिणामस्वरूप हुई है। इससे यह संकेत मिलता है कि दिल्ली में जीवन स्तर में सुधार हो रहा है और नागरिकों की आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है।
2. दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय: राष्ट्रीय औसत से अधिक
दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय में इस वृद्धि से यह साबित होता है कि दिल्ली देश के आर्थिक रूप से सबसे समृद्ध क्षेत्रों में से एक बन चुका है। दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय ₹4,61,910 है, जो गोवा और सिक्किम के बाद देश में तीसरे स्थान पर है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय ₹1,84,205 है, जो दिल्ली के मुकाबले काफी कम है। यह दिल्ली के नागरिकों के बेहतर जीवन स्तर और समृद्धि की ओर इशारा करता है।
3. वाहनों की संख्या में कमी
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों की संख्या में कमी आई है। 2020-21 में दिल्ली में 1.22 करोड़ वाहन थे, जो अब घटकर 79.45 लाख रह गए हैं। यह कमी सरकार की सख्त नीतियों और प्रदूषण नियंत्रण उपायों का परिणाम हो सकती है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है और लोगों को निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही है।
4. स्कूलों की संख्या में गिरावट, छात्रों की संख्या में वृद्धि
दिल्ली में स्कूलों की संख्या में भी गिरावट आई है। 2020-21 में दिल्ली में 5,666 स्कूल थे, जो 2023-24 में घटकर 5,497 हो गए हैं। इसके बावजूद, विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। 2020-21 में लड़कों और लड़कियों की संख्या क्रमशः 23.60 लाख और 21.19 लाख थी, जो 2023-24 में बढ़कर 23.70 लाख और 21.36 लाख हो गई है। यह वृद्धि यह दर्शाती है कि दिल्ली में शिक्षा क्षेत्र में सुधार हो रहा है और अधिक छात्र विद्यालयों में नामांकित हो रहे हैं।
5. जल कनेक्शनों में वृद्धि
दिल्ली सरकार ने जल आपूर्ति में भी सुधार किया है। 2021-22 में दिल्ली में 25.4 लाख मीटर किए गए जल कनेक्शन थे, जो 2023-24 में बढ़कर 27.2 लाख हो गए हैं। इसके साथ ही, दैनिक जल खपत में भी वृद्धि हुई है, जो 6,894 लाख किलोलीटर से बढ़कर 7,997 लाख किलोलीटर हो गई है। यह संकेत देता है कि दिल्ली में पानी की आपूर्ति बढ़ी है और लोग अधिक जल का उपयोग कर रहे हैं, साथ ही पानी की कनेक्टिविटी में भी सुधार हुआ है।
6. सिनेमा स्क्रीन की संख्या में वृद्धि
दिल्ली में मनोरंजन क्षेत्र भी विस्तार कर रहा है। 2022 में दिल्ली में 137 सिनेमा स्क्रीन थीं, जो अब बढ़कर 2023 में 147 हो गई हैं। इसके साथ ही, औसतन रोज़ाना फिल्म शो की संख्या भी बढ़कर 623 से 740 हो गई है। इसके परिणामस्वरूप, दिल्ली में सिनेमा प्रेमियों के लिए सुविधाएँ बढ़ी हैं, और अब लगभग 10 हजार दर्शक प्रति दिन सिनेमा देखने के लिए आते हैं।
7. दिल्ली की अर्थव्यवस्था का और विकास
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था में वृद्धि को लेकर सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। सरकार की योजनाओं जैसे मुफ्त बिजली, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, और सार्वजनिक परिवहन में सुधार ने नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इसके साथ ही, दिल्ली में बुनियादी ढांचे की परियोजनाएं भी तेजी से चल रही हैं, जिनका उद्देश्य दिल्ली को और अधिक विकसित और समृद्ध बनाना है।
दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय में लगातार वृद्धि और अन्य सुधारों से यह साफ है कि राष्ट्रीय राजधानी अपने नागरिकों को एक बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। सरकार की योजनाओं और नीतियों के परिणामस्वरूप दिल्ली की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, जो दिल्ली को देश के सबसे समृद्ध और विकसित शहरों में से एक बना रही है।